2025 में गृह प्रवेश के लिए निम्नलिखित शुभ मुहूर्त उपलब्ध हैं:
कृपया ध्यान दें कि जनवरी, जुलाई, अगस्त, सितंबर, और दिसंबर 2025 में गृह प्रवेश के लिए कोई शुभ मुहूर्त उपलब्ध नहीं हैं।
| माह | तिथि | दिन | शुभ मुहूर्त का समय | नक्षत्र |
|---|---|---|---|---|
| फरवरी | 6 फरवरी | गुरुवार | रात्रि 10:52 से 7 फरवरी सुबह 7:07 तक | रोहिणी |
| 7 फरवरी | शुक्रवार | सुबह 7:07 से अगले दिन सुबह 7:07 तक | रोहिणी, मृगशिरा | |
| 8 फरवरी | शनिवार | सुबह 7:07 से शाम 6:06 तक | मृगशिरा | |
| 14 फरवरी | शुक्रवार | रात्रि 11:09 से अगले दिन सुबह 7:03 तक | उत्तरा फाल्गुनी | |
| 15 फरवरी | शनिवार | सुबह 7:03 से रात्रि 11:51 तक | उत्तरा फाल्गुनी | |
| 17 फरवरी | सोमवार | सुबह 7:01 से अगले दिन सुबह 4:52 तक | चित्रा | |
| मार्च | 1 मार्च | शनिवार | सुबह 11:22 से अगले दिन सुबह 6:51 तक | उत्तरा भाद्रपद |
| 5 मार्च | बुधवार | रात्रि 1:08 से सुबह 6:47 तक | रोहिणी | |
| 6 मार्च | गुरुवार | सुबह 6:47 से 10:50 तक | रोहिणी | |
| 14 मार्च | शुक्रवार | दोपहर 12:23 से अगले दिन सुबह 6:39 तक | उत्तरा फाल्गुनी | |
| 17 मार्च | सोमवार | सुबह 6:37 से दोपहर 2:46 तक | चित्रा | |
| 24 मार्च | सोमवार | सुबह 6:30 से 4:26 तक | उत्तराषाढ़ा | |
| अप्रैल | 30 अप्रैल | बुधवार | सुबह 5:58 से दोपहर 2:11 तक | रोहिणी |
| मई | 7 मई | बुधवार | शाम 6:16 से अगले दिन सुबह 5:53 तक | उत्तरा फाल्गुनी |
| 8 मई | गुरुवार | सुबह 5:53 से दोपहर 12:28 तक | उत्तरा फाल्गुनी | |
| 9 मई | शुक्रवार | रात्रि 12:08 से सुबह 5:52 तक | चित्रा | |
| 10 मई | शुक्रवार | सुबह 5:52 से शाम 5:29 तक | चित्रा | |
| 14 मई | बुधवार | सुबह 5:50 से 11:46 तक | अनुराधा | |
| 17 मई | शनिवार | शाम 5:43 से अगले दिन सुबह 5:48 तक | उत्तराषाढ़ा | |
| 22 मई | गुरुवार | शाम 5:47 से अगले दिन सुबह 5:46 तक | उत्तरा भाद्रपद | |
| 23 मई | शुक्रवार | सुबह 5:46 से रात्रि 10:29 तक | उत्तरा भाद्रपद, रेवती | |
| 28 मई | बुधवार | सुबह 5:45 से रात्रि 12:28 तक | मृगशिरा | |
| जून | 6 जून | शुक्रवार | सुबह 6:33 से अगले दिन सुबह 4:47 तक | चित्रा |
| अक्टूबर | 24 अक्टूबर | शुक्रवार | सुबह 6:31 से रात्रि 1:18 तक | अनुराधा |
| नवंबर | 3 नवंबर | सोमवार | सुबह 6:36 से रात्रि 2:05 तक | उत्तरा भाद्रपद, रेवती |
| 7 नवंबर | शुक्रवार | सुबह 6:39 से अगले दिन सुबह 6:39 तक | रोहिणी, मृगशिरा | |
| 14 नवंबर | शुक्रवार | रात्रि 9:20 से अगले दिन सुबह 6:44 तक | उत्तरा फाल्गुनी | |
| 15 नवंबर | शनिवार | सुबह 6:44 से 11:34 तक | उत्तरा फाल्गुनी | |
| 24 नवंबर | सोमवार | रात्रि 9:53 से अगले दिन सुबह 6:51 तक | उत्तराषाढ़ा |
गृह प्रवेश के लाभ और हानि
लाभ (फायदे) :
✅ सकारात्मक ऊर्जा: सही मुहूर्त में गृह प्रवेश करने से घर में शुभ ऊर्जा का संचार होता है, जिससे परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
✅ धन-संपत्ति में वृद्धि: गृह प्रवेश के शुभ मुहूर्त में किए गए अनुष्ठान से आर्थिक उन्नति होती है और घर में समृद्धि आती है।
✅ स्वास्थ्य लाभ: यदि वास्तु और ग्रह स्थिति अनुकूल हो, तो परिवारजन स्वस्थ और खुशहाल रहते हैं।
✅ मानसिक शांति: गृह प्रवेश के सही समय पर हवन और पूजा-पाठ करने से मानसिक शांति और स्थिरता मिलती है।
✅ नकारात्मक ऊर्जा से बचाव: वास्तु दोषों और नकारात्मक ऊर्जाओं का नाश होता है, जिससे घर में सुखद वातावरण बना रहता है।
हानि (नुकसान) :
❌ अशुभ मुहूर्त में गृह प्रवेश करने के दुष्प्रभाव: यदि अशुभ समय में गृह प्रवेश किया जाए, तो परिवार के सदस्यों को मानसिक तनाव, आर्थिक समस्याएँ, और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
❌ वास्तु दोष: यदि बिना विचार किए गृह प्रवेश किया जाए, तो वास्तु दोष उत्पन्न हो सकते हैं, जिससे घर में कलह-क्लेश की स्थिति बन सकती है।
❌ नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव: गलत समय पर गृह प्रवेश करने से नकारात्मक ऊर्जाएँ सक्रिय हो सकती हैं, जिससे जीवन में बाधाएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
❌ धन हानि: यदि गृह प्रवेश के समय ग्रह-नक्षत्र अनुकूल न हों, तो आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है।
गृह प्रवेश के लिए आवश्यक उपाय:
🔹 ग्रह शांति पूजा करें: गृह प्रवेश से पहले नवग्रह शांति पूजा और वास्तु पूजन करना लाभकारी होता है।
🔹 गणपति पूजा करें: प्रथम पूज्य गणपति भगवान की पूजा से सभी विघ्न दूर होते हैं।
🔹 गंगाजल का छिड़काव करें: घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए गंगाजल का छिड़काव करें।
🔹 हवन और मंत्रोच्चार करें: घर में शांति और समृद्धि बनाए रखने के लिए विशेष मंत्रों का जाप करें।
🔹 गृह प्रवेश से पहले घर में दीपक जलाएँ: सकारात्मक ऊर्जा के लिए मुख्य द्वार और पूजा स्थान पर दीपक जलाना शुभ होता है।
निष्कर्ष:
गृह प्रवेश से पहले शुभ मुहूर्त का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है। सही समय पर गृह प्रवेश करने से सुख, समृद्धि और शांति प्राप्त होती है, जबकि गलत समय पर प्रवेश करने से परिवार को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, शुभ तिथियों के अनुसार गृह प्रवेश करें और आवश्यक पूजा-पाठ करवाना न भूलें। 🚩🏡✨