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जनवरी 2025 हिंदू पंचांग कैलेंडर जनवरी 2025 हिंदू पंचांग कैलेंडर रवि सोम मंगल बुध गुरु शुक्र शनि 1 द्वितीया (कृष्ण) 2 तृतीया (कृष्ण) 3 चतुर्थी (कृष्ण) संकष्टी चतुर्थी 4 पंचमी (कृष्ण) 5 षष्ठी (कृष्ण) 6 सप्तमी (कृष्ण) गुरु गोबिंद सिंह जयंती 7 अष्टमी (कृष्ण) 8 नवमी (कृष्ण) 9 दशमी (कृष्ण) 10 एकादशी (कृष्ण) पौष पुत्रदा … Read more

श्री महाकाली माता जी की आरती

॥ श्री महाकाली माता जी की आरती ॥ ‘मंगल’ की सेवा, सुन मेरी देवाहाथ जोड़, तेरे द्वार खड़े। पान सुपारी, ध्वजा, नारियल,ले ज्वाला तेरी भेंट धरे॥ मंगल की सेवा सुन मेरी देवा। सुन जगदम्बे, कर न विलम्बेसंतन के भण्डार भरे। संतन-प्रतिपाली, सदा खुशहाली,मैया जै काली कल्याण करे॥ मंगल की सेवा सुन मेरी देवा। बुद्धि विधाता, … Read more

श्री विन्ध्येश्वरी माता जी की आरती

॥ श्री विन्ध्येश्वरी माता जी की आरती ॥ सुन मेरी देवी पर्वतवासिनि,तेरा पार न पाया। x2 पान सुपारी ध्वजा नारियल,ले तेरी भेंट चढ़ाया॥ जय विन्ध्येश्वरी माता॥ सुवा चोली तेरे अंग विराजै,केशर तिलक लगाया। नंगे पांव अकबर जाकर,सोने का छत्र चढ़ाया॥ जय विन्ध्येश्वरी माता॥ ऊँचे ऊँचे पर्वत बना देवालय,नीचे शहर बसाया। सत्युग त्रेता द्वापर मध्ये,कलयुग राज सवाया॥ … Read more

श्री शीतला माता की आरती

॥ श्री शीतला माता की आरती ॥ जय शीतला माता,मैया जय शीतला माता। आदि ज्योति महारानीसब फल की दाता॥ ॐ जय शीतला माता…। रतन सिंहासन शोभित,श्वेत छत्र भाता। ऋद्धि-सिद्धि चँवर डोलावें,जगमग छवि छाता॥ ॐ जय शीतला माता…। विष्णु सेवत ठाढ़े,सेवें शिव धाता। वेद पुराण वरणतपार नहीं पाता॥ ॐ जय शीतला माता…। इन्द्र मृदङ्ग बजावतचन्द्र वीणा … Read more

श्री तुलसी जी की आरती

॥ श्री तुलसी जी की आरती ॥ जय जय तुलसी माता, सबकी सुखदाता वर माता। सब योगों के ऊपर, सब रोगों के ऊपर, रुज से रक्षा करके भव त्राता। जय जय तुलसी माता। बहु पुत्री है श्यामा, सूर वल्ली है ग्राम्या, विष्णु प्रिय जो तुमको सेवे, सो नर तर जाता। जय जय तुलसी माता। हरि … Read more

श्री पार्वती माता जी की आरती

॥ श्री पार्वती माता जी की आरती ॥ जय पार्वती माताजय पार्वती माता। ब्रह्म सनातन देवीशुभ फल की दाता॥ जय पार्वती माता अरिकुल पद्म विनाशिनिजय सेवक त्राता। जग जीवन जगदम्बा,हरिहर गुण गाता॥ जय पार्वती माता सिंह को वाहन साजे,कुण्डल हैं साथा। देव वधू जस गावत,नृत्य करत ताथा॥ जय पार्वती माता सतयुग रूपशील अतिसुन्दर,नाम सती कहलाता। … Read more

एकादशी माता की आरती

॥ एकादशी माता की आरती ॥ ॐ जय एकादशी, जय एकादशी,जय एकादशी माता। विष्णु पूजा व्रत को धारण कर,शक्ति मुक्ति पाता॥ ॐ जय एकादशी…॥ तेरे नाम गिनाऊं देवी,भक्ति प्रदान करनी। गण गौरव की देनी माता,शास्त्रों में वरनी॥ ॐ जय एकादशी…॥ मार्गशीर्ष के कृष्णपक्ष की उत्पन्ना,विश्वतारनी जन्मी। शुक्ल पक्ष में हुई मोक्षदा,मुक्तिदाता बन आई॥ ॐ जय … Read more

आरती श्री दुर्गाजी

॥ आरती श्री दुर्गाजी ॥ अम्बे तू है जगदम्बे काली,जय दुर्गे खप्पर वाली, तेरे ही गुण गावें भारती,ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती। ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥ तेरे भक्त जनो पर माताभीर पड़ी है भारी। दानव दल पर टूट पड़ो माँकरके सिंह सवारी॥ सौ-सौ सिहों से बलशाली,है अष्ट भुजाओं वाली, दुष्टों … Read more

आरती श्री गंगाजी

॥ आरती श्री गंगाजी ॥ ॐ जय गंगे माता,मैया जय गंगे माता। जो नर तुमको ध्याता,मनवांछित फल पाता॥ ॐ जय गंगे माता॥ चन्द्र-सी ज्योति तुम्हारी,जल निर्मल आता। शरण पड़े जो तेरी,सो नर तर जाता॥ ॐ जय गंगे माता॥ पुत्र सगर के तारे,सब जग को ज्ञाता। कृपा दृष्टि हो तुम्हारी,त्रिभुवन सुख दाता॥ ॐ जय गंगे माता॥ … Read more

आरती श्री वैष्णो देवी

॥ आरती श्री वैष्णो देवी ॥ जय वैष्णवी माता,मैया जय वैष्णवी माता। हाथ जोड़ तेरे आगे,आरती मैं गाता॥ शीश पे छत्र विराजे,मूरतिया प्यारी। गंगा बहती चरनन,ज्योति जगे न्यारी॥ ब्रह्मा वेद पढ़े नित द्वारे,शंकर ध्यान धरे। सेवक चंवर डुलावत,नारद नृत्य करे॥ सुन्दर गुफा तुम्हारी,मन को अति भावे। बार-बार देखन को,ऐ माँ मन चावे॥ भवन पे झण्डे … Read more